Friday, February 10, 2017

HAPPY VALENTINE DAY 2017

HAPPY VALENTINE DAY

पत्थर में उसे चुनवाया गया,
सौ पर्दे बिच छुपाया गया ।

हर बार प्रेम ने वही ज़िद की,
हर बार उसे ठुकराया गया।

कह पागल प्रेम बुलाया गया ,
नफ़रत से नीचे गिराया गया ।

इतने से जब जी नही भरा ,
फांसी पर प्रेम लटकाया गया।

आख़िर में वो जग छोड़ गया ,
तब शौक़ से शोक मनाया गया।

घर देख़ के ख़ाली प्रेम का फ़िर,
परदेशिया लव को मंगाया गया।

आधुनिकता का चश्मा देकर ,
दुनियां को यूँ भरमाया गया ।

अब प्रेम बन गया देह भूख ,
वेलेंटाइन डे पर्व मनाया गया ।

अब प्रेम नही पुरखों खुश हो,
तेरा पौरुष तो नही जाया गया।

उस जगह गलत ने घर कर ली,
जिस जगह से सही मिटाया गया ।

अब प्रेम नही न प्रीति है ,
नयनों के सुख की रीति है।

लो हारी अपनी संस्कृति है,
पाश्चात्य सभ्यता जीती है ।


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