Monday, May 12, 2014

तू अब कभी मेरा नही होगा

जा तुझसे मुझे अब कोई शिकवा नही होगा । 
जानता हूँ मैं तू अब कभी मेरा नही होगा । 

तू यकीन न कर फिर भी ये ऐलान है मेरा ,
मेरी महफ़िल में बेवफा तेरा चर्चा नही होगा । 

मैं तेरी जिंदगी से इसी वक़्त निकल जाता हूँ ,
तू भी अब खाब में आएगा तो अच्छा नही होगा । 

तुम्हे जब हिचकियाँ आया करेंगी रोज बार-बार,
तुम ये सोंचना मैंने तुम्हे सोंचा नही होगा ।  

एक ही दिल था अब इस दिल के टूट जाने के बाद ,
मैं आवारा हूँ अब घर कहीं मेरा नही होगा । 

मुझे भी दर्द है तुझको भी यही गम सताएगा ,
की तेरा चाहने वाला कोई मुझसा नही होगा । ।

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