Wednesday, January 22, 2014

चलो दोस्तों आखिरी जाम पी लो

चलो दोस्तों आखिरी जाम पी लो ।

ये आँखों के पैमाने छलके पड़े हैं ,
छलकते हुए आंसू 'मै 'बन गये हैं ,

लो इक जाम फिर दोस्त के नाम पी लो ।

न जाने कि कल हम कहाँ तुम कहाँ हो ,
मिलन हो मय्यसर जुदाई लिखा हो ,

अभी ही अभी है ढली शाम पी लो ।

अभी रौशनी थी थे बैठे मजे से ,
ढली शाम उठके चले मैकदे से ,

लो जाते हुए फिर सरेआम पी लो ।
चलो दोस्तों आखिरी जाम पी लो ।

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