सबसे करीब दिल के रहती है दोस्ती ।
बोले बिना बहुत कुछ कहती है दोस्ती ।
महसूस दिल करता है बयाँ कर नही पाता ,
जुबां कह नही पाती कैसी लगती है दोस्ती ।
होक जुदा हम दोस्तों से रह नही सकते ,
बनके लहू रग रग में यूँ बहती है दोस्ती ।
बोले बिना बहुत कुछ कहती है दोस्ती ।
महसूस दिल करता है बयाँ कर नही पाता ,
जुबां कह नही पाती कैसी लगती है दोस्ती ।
होक जुदा हम दोस्तों से रह नही सकते ,
बनके लहू रग रग में यूँ बहती है दोस्ती ।
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