प्यार से मेरे खीझकर , उसने कहा पत्थर हूँ मैं ,
वो चीज हूँ , इन्सां को भी पाषाण कर देता हूँ मैं ।
मैंने कहा इन्सान हूँ , पत्थर पे भी मरती हूँ मैं ,
पत्थर को भी गर पूज लूँ , भगवान कर सकती हूँ मैं ।
वो चीज हूँ , इन्सां को भी पाषाण कर देता हूँ मैं ।
मैंने कहा इन्सान हूँ , पत्थर पे भी मरती हूँ मैं ,
पत्थर को भी गर पूज लूँ , भगवान कर सकती हूँ मैं ।
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