Tuesday, January 29, 2013

ऐ इश्क तू इतना बता तेरे और कितने रंग है

देखकर हम इश्क की  ,  इतनी रिवायत दंग हैं ।
ऐ इश्क तू इतना बता , तेरे और कितने रंग है ।

इक तरफ है दिल मेरा , इक तरफ दिलबर मेरा ,
किसको मैं दुश्मन कहूँ , किससे कहो मेरी जंग है ।
 ऐ इश्क तू इतना बता , तेरे और कितने रंग है ।

दर्द से जब आशिकी है , परहेज हम किससे करें ,
अपनी ही आदत से यारों , अपना ही दिल तंग है ।
ऐ इश्क तू इतना बता , तेरे और कितने रंग है ।

हँसते -हँसते रो दिए, कभी रोते -रोते हंस दिए ,
साथ है  , सारा जमाना , हम न खुद के संग है ।
 ऐ इश्क तू इतना बता , तेरे और कितने रंग है ।

बीच दोराहें  खड़े  हैं , जाएँ इधर की जाएँ उधर ,
एक रस्ता खुलता नही है ,  एक रस्ता बंद है ।
ऐ इश्क तू इतना बता , तेरे और कितने रंग है ।

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