वास्ता न दो हमें खुशियों के जाम का ,
गम से ही हैं पैमाने मेरे दिल के भर चुके ।
ये रौनकें जहां की , मेरे काम की नहीं ,
हम जिन्दगी का सौदा अंधेरों से कर चुके ।
गम से ही हैं पैमाने मेरे दिल के भर चुके ।
ये रौनकें जहां की , मेरे काम की नहीं ,
हम जिन्दगी का सौदा अंधेरों से कर चुके ।
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