Sunday, May 20, 2012

दीवाना



मुझे मालूम है की मै तेरे लायक नही लेकिन ,
दिल का मै करू क्या  , ये बस में नही रहता |

फट जाता मेरे दर्द से ही , आज मेरा दिल ,
जो सामने तेरे मै  ,  हाले दिल नही कहता |          

तेरे सपने,तेरी दुनिया तेरी राहे जुदा मुझसे ,
तू थामे हाथ मेरे साथ आगे चल नही सकता |

मगर एक बार जो तुम मुझे आवाज दे देते ,
जहाँ  कहते तुम्हारे वास्ते उस राह पे रुकता |

तुमने कही जो बात वो  , सच्ची रही लेकिन ,
समझता हूँ पर दिल को मै समझा नही पाता |

ना जाने क्यूँ तेरी आरजू  दिल  से  नही जाती ,
इक पल के लिए  भी चैन, दिल को नही आता |

तुम्हारे  पास  रहके  भी  अधूरापन सताता है  ,
दूर  जा  के  भी  दिल  से  मेरे ,  तू  नही जाता |

अपने हालत की तुझसे भला शिकवा करूं कैसे  ,
किस्मत में जो लिखा है , वही लिखा तो मै पाता |

मुझे कोई गम नही जो मुझपे तुम्हे प्यार न आया ,
बस इतना ही है काफी ,  तुझे नफरत नही आता ।


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