Monday, April 16, 2012

शायरी

                               १

छलके जाम आँखों को ही , पैमाना बना डाला ,
जहाँ ठहरे जरा सी देर ,  मैख़ाना बना डाला ।
उसके नाम का ,  ऐसा कहर छाया ज़माने पर 
लिखा कागज पे, कागज को भी दीवाना बना डाला ।

                         
                              २
वो दिल का हौसला है , और तू है बेबसी मेरी ,
वो देते जान मुझपे छिनती है तू ख़ुशी मेरी ।
चाहे मान जाये तू  बुरा तो भी यही सच है ,
 कि झूठे प्यार से तेरे , है  सच्ची दोस्ती मेरी। 


                                3

मै जीने को तो जी लूँगा , तुम्हारे बिन भी ऐ साथी ,
मगर तब क्या करूंगा , जब तुम्हारी याद आएगी |
मै तेरे प्यार को ऐ यार ,  मरते दम न भूलूंगा ,      
तू शायद एकपल में ,  प्यार मेरा भूल जाएगी |


                          4
हम हुए जुदा , हमारी राहें जुदा हुई ,
जिन्दगी रफ्तार से चलती मगर रही ।
बदली कई ऋतुएं , बदले कई मौसम ।
पर प्यार का मौसम , दिल से गया नही ।  






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